फिल्म HAQ ने अपने पहले मंगलवार को लगभग 1.25 करोड़ रुपये की कमाई की है, जो सोमवार की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्शाता है। यह वृद्धि चिंताजनक है, क्योंकि आज टिकटों की कीमतें केवल 99 रुपये कर दी गई थीं, जो कि ब्लॉकबस्टर मंगलवार के अवसर पर थी। यदि फिल्म को दर्शकों और समीक्षकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है, तो इसे अपने पहले दिन की कमाई को पार करना चाहिए था।
HAQ की कुल घरेलू बॉक्स ऑफिस कमाई 11.15 करोड़ रुपये तक पहुँच गई है। इस फिल्म में इमरान हाशमी और यामी गौतम मुख्य भूमिका में हैं, और यह उम्मीद की जा रही है कि यह अपने पहले सप्ताह में लगभग 13 करोड़ रुपये की कमाई करेगी, जो कि एक संतोषजनक आंकड़ा नहीं है।
फिल्म का निर्देशन सुपर्ण वर्मा ने किया है, जो 'द फैमिली मैन सीजन 2' और 'सिर्फ एक बंदा काफी है' के लिए जाने जाते हैं। HAQ को इस सप्ताहांत एक नई फिल्म 'दे दे प्यार दे 2' का सामना करना पड़ेगा, जो इसके बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती है। यदि यह अजय देवगन की फिल्म के खिलाफ टिक जाती है, तो कोर्टरूम ड्रामा अपने थियेट्रिकल रन के अंत तक एक अच्छा कुल बना सकती है।
चूंकि फिल्म को सकारात्मक वर्ड ऑफ माउथ मिला है, इसलिए इसे लंबे समय में गति प्राप्त करनी चाहिए। निर्माताओं को इसे अगले कुछ हफ्तों में सक्रिय रूप से प्रचारित करने की आवश्यकता है ताकि यह अपने उत्पादन लागत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा वापस ला सके।
HAQ की भारत में बॉक्स ऑफिस संग्रह भारत में HAQ की बॉक्स ऑफिस संग्रह:
दिन | नेट इंडिया बॉक्स ऑफिस |
1 | Rs. 1.80 करोड़ |
2 | Rs. 3.30 करोड़ |
3 | Rs. 3.75 करोड़ |
4 | Rs. 1.10 करोड़ |
5 | Rs. 1.25 करोड़ (अनुमानित) |
कुल | Rs. 11.20 करोड़ |
You may also like

मप्रः मुख्यमंत्री ने खरगोन को सर्वश्रेष्ठ जिला और कावेश्वर को सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत का राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर दी बधाई

अगर आपके घरˈ में भी नहीं टिकता है धन, तो आजमाएं तुलसी के ये टोटके, नहीं होगी धन-धान्य की कमी﹒

शरीर के किसˈ हिस्से में खून नहीं पाया जाता है? क्या आप जानते हैं इन 25 सवालों के जवाब﹒

मंडप में पंडित जी बता रहे थे सात वचन, एक वचन पर अड़ गई दुल्हन, भरे समाज के सामने कह डाली दिल की बात

एक गाँव केˈ एक जमींदार ठाकुर बहुत वर्षों से बीमार थे। इलाज करवाते हुए कोई डॉक्टर कोई वैद्य नहीं छोड़ा कोई टोने टोटके करने वाला नहीं छोड़ा। लेकिन कहीं से भी थोड़ा सा भी आराम नहीं आया ! एक संत जी गाँव में आये उनके दर्शन करने वो ज़मींदार भी वहाँ गया और उन्हें प्रणाम किया। उसने बहुत दुखी मन से कहा – महात्मा﹒





